आज हर कोई व्यक्ति की ज्यादा जरूरत है तो वो है पैसा। पैसे के लिए लाखों मजदूर फैक्ट्रियों में 8-10 घंटे खड़े रहकर मशीनों के साथ काम करते हैं। पसीना, शोर और थकान सब कुछ झेलते हैं, लेकिन जब दोपहर के खाने की बारी आती है, तो किसी के पास बासी खाना होता है या किसी के पास बाहर का सस्ता नुकसानदेह भोजन। लेकिन इस बारे में कोई सोचता ही नहीं क्योंकि माना जाता है कि मजदूर जैसे-तैसे खा ही लेते हैं।
लेकिन यही सोच एक दिन उन मजदूरो मे से एक नरेंद्र नाम के 10वीं पास लड़के ने बदल दी। उसने देखा कि फैक्ट्री मे मजदूरों को अच्छा खाना नहीं मिल रहा, और वहीं से शुरू हुआ Industrial Tiffin Service Business का आइडिया।
यह सिर्फ एक बिजनेस की कहानी नहीं है, बल्कि यह समझने वाली कहानी है कि सही जगह पर सही ज़रूरत पहचान ली जाए, तो कम पढ़ा-लिखा इंसान भी एक मजबूत और टिकाऊ बिजनेस खड़ा कर सकता है।
नरेंद्र ने पिता की हालत देखकर शुरू किया बिजनेस
नरेंद्र अहमदाबाद शहर के नजदीक एक छोटे से गांव में रहता साधारण लड़का था। पढ़ाई सिर्फ दसवीं तक की थी। न उसके पास कोई स्किल था और न ही कोई ट्रेनिंग। उसके पिता एक उसके पिता एक टेक्सटाइल फैक्ट्री में मजदूरी करते थे। रोज़ सुबह घर से निकलते वक्त नरेंद्र देखता था कि कभी-कभी उसके पिता टिफिन में वही शाम की बची बासी रोटी और सूखी सब्ज़ी ले जाते थे।
एक दिन नरेंद्र ने उसके पापा ने पूछा, पापा, फैक्ट्री में अच्छा खाना नहीं मिलता क्या? पिता मुस्कराए और बोले बेटा, यहाँ मजदूरों के लिए कौन सोचता है? यहीं नरेंद्र के दिमाग में पहली बार Industrial Tiffin Service Business का बीज पड़ा।
नरेंद्र ने Industrial Tiffin Service Business की शुरुआत कैसे की?
नरेंद्र ज्यादा पढ़ा लिखा तो नहीं था लेकिन वो होशियार था। वो दूसरे दिन उसके पापा के साथ फैक्ट्री गया और वहाँ जाकर मजदूरों को मिला। उनसे बात करने से पता चला की, उनको सस्ता लेकिन भरपेट खाना चाहिए, टाइम पर मिलना चाहिए, खाने में मसाले कम और घरेलू खाना चाहिए।
नरेंद्र ने ऐसे 14 मजदूर की लिस्ट बनाई जो दोपहर का टिफिन ही नहीं ला पाते थे। उनको दोपहर का टिफिन चाहिए तो था लेकिन सुबह फैक्ट्री जल्दी आने के कारण बना नहीं पाते थे और पूरे दिन भूखा रहकर काम करते थे।
नरेंद्र को खाना पकाना नहीं आता था इसलिए उसने अपनी माता का सहारा लिया और 14 टिफिन से Tiffin Service Business की शुरुआत की।
फैक्ट्री नरेंद्र के घर से 2 किलोमीटर दूर थी इसलिए उसने 1 बड़ा बक्सा खरीदा और साइकल पे दोपहर टिफिन डिलीवरी करता था।
Industrial Tiffin Service Business में लागत कितनी लगी?
इस बिजनेस में लागत बहुत कम दिखने को मिली। क्यू की नरेंद्र ने Tiffin Service Business अपने घर की रसोई से शुरू किया था। टिफिन डिलीवरी के लिए साइकल पहले से थी और खाना पकाने के लिए माँ का सहारा लिया था। इसलिए खाना बनाने के लिए जरूरी सामान के अलावा कोई खर्च नहीं करना पड़ा।
शुरुआत में महीने का राशन और गैस मिलाकर ₹ 6000 जितना खर्चा आता था। साथ में सब्जी का खर्च ₹4000 लगता था। मतलब कुल मिलाकर ₹10000 लागत लगी।
नरेंद्र ने Tiffin Service Business में मुनाफा कितना मिलता था?
शुरुआत में नरेंद्र ने सिर्फ 14 मजदूर को टारगेट किया था तब उसने 1 टिफिन का मूल्य ₹40 रखा था। कुछ दिनों के बाद 14 टिफिन से बढ़कर 30 टिफिन तक पहुँच गया।
इस लिए 1 दिन के 30 टिफिन x ₹40= ₹1200 और 30 दिन का हुआ 30 x ₹1200 यानि ₹36000.
अगर ₹36000 टोटल कमाई में से ₹10000 लागत निकाल देते है तो, ₹26000 बचते है जो साफ-साफ मुनाफा नरेंद्र को मिलता था।
कैसे बड़ा हुआ नरेंद्र का Industrial Tiffin Service Business
मजदूरों को अब नरेंद्र के घर का खाना अच्छा लगने लगा था। फैक्ट्री में वाह वाह होने लगी थी। नाइट शिफ्ट में काम करने वाले मजदूर भी अब नरेंद्र से खाना मँगवाते थे। अब नरेंद्र भी अपनी माँ के साथ रहकर खाना पकाना सीख गया था। अब हर दिन अलग-अलग मेन्यू को शामिल किया।
जैसे सोमवार को दाल–चावल, मंगलवार को सब्जी–रोटी, बुधवार को खिचड़ी–कढ़ी और हफ्ते में एक दिन थोड़ा मीठा। नरेंद्र की साफ-सफाई और टेस्टी खाना से मजदूरों के अलावा कांट्रैक्टर भी टिफिन मँगवाने लगे। अब नरेंद्र ने 2 लोगो को काम पर रखा और 5 फैक्ट्री में Tiffin Service देना शुरू किया।
उसने 6 महीने में लगातार अपना Tiffin Service का काम जारी रखा। लेकिन अब ग्राहक इतने बढ़ गए थे की घर से संभालना मुश्किल होने लगा। नरेंद्र ने फैक्ट्री के बीच सही जगह देखकर 1 ढाबा खोल दिया। इसी वजह उसकी कमाई दुगनी होने लगी। आज नरेंद्र की कमाई महीने की ₹150000 से ₹200000 है।
निष्कर्ष
देखिए Tiffin Service Business नाम से छोटा लगता है लेकिन कमाई में बहुत बड़ा है। नरेंद्र ने सिर्फ 14 टिफिन से शुरुआत की थी लेकिन आज महीने के 2 लाख कमा रहा है यह कोई इत्तेफाक नहीं है बल्कि लगातार मेहनत का फल है।
अगर आपको भी खाना बनाना आता है। ज्यादा पढे लिखे नहीं है और घर पर खाली बैठे है तो नरेंद्र की तरह आप भी Tiffin Service Business की शुरुआत करके बेहतर कमाई कर सकते है।
