Pharmaceutical Company शुरू कैसे करे? रजिस्ट्रेशन से लेकर मुनाफे तक

Pharmaceutical Company एक उत्तम विचार : आज दुनिया में हर कोई इंसान को दवा की जरूरत होती है। दवाइयां हमारे जीवन की रक्षक है इसलिए इस दावों का कोई मोल नहीं है। दवा की कीमत जो कंपनी द्वारा निर्धारित की जाती है वह कीमत प्रतीक व्यक्ति खुशी-खुशी देने के लिए तैयार हो जाता है। आधुनिक जीवन शैली में खानपान ने मानव जीवन को रोग ग्रस्त बनाया दिया है। आज के समय में किसी भी गंभीर बीमारी के लिए कोई उम्र नहीं रही सभी लोगों को बीमारियां जल्दी लगती है।

पहले के जमाने की लोगों में कैंसर हृदय रोग टीवी डायबिटीज अस्थमा या ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां बहुत कम देखने को मिलती थी और जिस लोगों ने यह बीमारी होती उनकी उम्र तय रहती थी। आज 5 साल की लड़की को भी कैंसर की बीमारी हृदय रोग की बीमारी जैसी गंभीर बीमारियां हो जाती है। कभी-कभी तो एक साल से भी कम उम्र के बच्चे में गंभीर बीमारियां होने की खबर सामने आती है। यह परिस्थितियों देखते हुए दवा यानी Pharmaceutical Company का व्यवसाय सबसे अधिक मुनाफा देने वाला साबित हो सकता है।

यदि आप एक प्रोफेशनल बिजनेस ढूंढ रहे हैं तो Pharmaceutical Manufacturing Industry आपके लिए एक महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इस बिजनेस को शुरू करने से लेकर गो करने तक सभी जानकारी इस आर्टिकल में बताई गई है तो उसे फॉलो करके अपने बिजनेस स्टार्टअप कर सकते हो।

Pharmaceutical industry कैसे शुरू करे?

Pharmaceutical Industry ke liye Market research

Pharmaceutical Industry शुरू करने के लिए मार्केट रिसर्च करना बहोत महत्वपूर्ण पूर्ण होता है, ताकि वो अपने उत्पादों को सही समय पर विकसित और लॉन्च कर सकें।  सबसे पहले आपको लक्षित दर्शकों का पता लगाना होगा, जिसमे सामान्य स्वास्थ्य परिस्थितयों, रोगो के प्रभाव, और लोगों की आदत और प्राथमिकताएं ढूंढनी होगी। इसके लिए आप , सर्वेक्षण, फोकस समूह, और मौजूदा डेटा का उपयोग कर सकते है।

उसके बाद Pharmaceutical Industry मे Market research करने के लिए दूसरा स्टेप यह है प्रतियोगी विश्लेषण, जिसमें आप दूसरी दवा कंपनियों के उत्पाद के बारे में, मूल्य निर्धारण के बारे में, वितरण चैनल के बारे में ,और मार्केटिंग रणनीतियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है। यह करने से ये पता चलता है कि आपके प्रतिस्पर्धी कैसे काम कर रहे हैं और क्या सुधार किये जा सकता हैं, बाजार में कितनी और किस तरह की दवाइयों की मांग है।

तीसरा स्टेप आपके लिए हाय है की कानून और नियम को समजना। इसमे आपको ये पता चलता है कि देश या अपने क्षेत्र में कानून और नियम कितने कड़े हैं, कोनसा लाइसेंस चाहिए और कैसे अपने उत्पादों को बाजार में ला सकते हैं। विनियामक अनुपालन का ध्यान रखना रखते हुए अपने  Pharmaceutical Company को सही तरीके से बाजार में ला सकते है।

कंपनी स्थापित करने में कितनी लागत आती है

Pharmaceutical Company स्थापित करना बड़ा काम है। इसमें आपको बड़ी पूंजी लगनी होती है। जो बिजनेस मैन एक बार में ही मोटी पूंजी लगाकर लम्बे समय तक मुनाफा कमाना चाहते है उनके लिये यह बिजनेस आइडिया बिलकुल सही है। वैसे इस तरह की बड़ी कंपनी को स्थापित करने के लिए कोई फिक्स लागत नहीं है क्योंकि विभिन्न शहरों के अनुसार जमीन या कंपनी के लिए जगह की कीमत एवं किराया अलग-अलग होता है। इसके अलावा कई अन्य जरूरत के सामान की कीमत भी अलग-अलग होती है। इसके बावजूद इस बिजनेस के एक्सपर्ट का मानना है कि एक औसत दर्जे की Pharmaceutical Company को स्थापित करने के लिए कम से कम 15 से 20 लाख रुपये की जरूरत होती है।

Pharma industry के लिए Requirement

सबसे पहले pharmaceutical industry के लिए जमीन व बिल्डिंग की तलाश करना बहुत जरुरी है। इस तरह की बिल्डिंग को तलाशने के बाद  केन्द्र व राज्य सरकारों की कंपनी की इमारत के बारे में आवश्यक शर्तों का अच्छे से पालन करना होगा। कंपनी परिसर में अनेक विभागों के अनुसार पर्याप्त जगह होनी चाहिये। जैसे की

  1. कच्चे माल को रखने के लिए आवश्यक गोदाउन
  2. दवाइया निर्माण की प्रक्रिया को पूरी करने के लिए आवश्यक जगह
  3. दवाइया बनाने के मशीन लगाने की जगह
  4. क्वालिटी कंट्रोल सेक्शन के लिए जगह
  5. ऑफिस के लिए जगह
  6. वेस्टेज गुड्स स्टोर के लिए जगह
  7. अनेक तरह की औषधियों के लिए अलग अलग सेक्शन भी बनाना चाहिए

कौन-कौन से लाइसेंस चाहिये ?

Pharmaceutical Company की स्थापना के लिए अन्य बिजनेस से अलग सरकारी कार्रवाई पूरी करनी होती है। इसके लिए कई तरह की परमीशन की भी आवश्यकता लेनी होती है। कंपनी के लिए आवश्यक प्रमुख लाइसेंस की जरुरत होती है, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

  1. एक अच्छे नाम का चयन करना चाहिए जो संभावित ग्राहकों को आकर्षित कर सके उसके बाद रजिस्ट्रेशन करवाए।
  2. अपनी Pharmaceutical Company को कंपनी रजिस्ट्रार के वहा जाकर शॉप एण्ड इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत रजिस्टर्ड करायें
  3. केन्द्र ,राज्य सरकारों के साथ स्थानीय प्रशासन के नियमों का भी पालन करने के लिए आवश्यक प्रमाण पत्र लें
  4. ड्रग मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस
  5. ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन लाइसेंस
  6. टेस्टिंग लैबोरेटरी लाइसेंस
  7. जीएसटी

मैन्यूफैक्चरिंग लाइसेंस की प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज

Pharmaceutical industry मे प्रोडक्ट या दवाओं के निर्माण के लिए आवश्यक लाइसेंस जिसे ड्रग लाइसेंस कहा जाता हैं उसे ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (डीसीजीआई) के माध्यम से बनवाना होता है। इसके अलावा आप राज्यों की राजधानियों में राज्य ड्रग कंट्रोलर नियुक्त होते हैं, वहा जाकर उनसे यह लाइसेंस बनवा सकते है। यह स्टेट ड्रग कंट्रोलर राज्य सरकार द्वारा डीसीजीआई की गाइडलाइन के अनुसार ही नियुक्त किया जाता है। सलाह है की आप स्टेट ड्रग कंट्रोलर के पास ड्रग लाइसेंस के लिए आवेदन करें।

ड्रग लाइसेंस बनवाने के लिए ऑनलाइन या ऑफ लाइन आवेदन करने के साथ कुछ आवश्यक दस्तावेज भी जमा करने पड़ते हैं। जब यह आवेदन दस्तावेजों के साथ स्टेट ड्रग कंट्रोलर को प्राप्त होता हैं तो वहां से नियुक्त एक अधिकारियों की टीम आपके संस्था में निरीक्षण करने के लिए आती है। यह टीम वहां आकर  बारीकी से निरीक्षण करती है सभी ठीक ठाक लगने पर नियमानुसार आपको ड्रग लाइसेंस दे देती है। और उसके बाद आप अपना निर्माण कार्यकी शुरुआत कर सकते हैं।

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Pharmaceutical Industry में मशीनरी और एनालिटिकल इक्विपमेंट

Pharmaceutical Company में वि•िान्न विभागों में तरह-तरह की दवाएं बनाने के लिए कई तरह की मशीनों की जरूरत होती है। इस काम में आने वाले कुछ प्रमुख मशीनें यहाँ लिस्ट की गयी है:-

लिक्विड/सीरप/सस्पेंशन सेक्शन के लिए मशीन 

  1. हाईस्पीड मिक्सर 1000 लीटर के लिए
  2. स्टोरेज टैंक 1000 लीटर वाला जिसमें चलाने के पहिये और ढक्कन हों
  3. लिक्विड फिलिंग मशीन
  4. पैकिंग कैप सीलिंग मशीन
  5. लिक्विड छानने वाली मशीन
  6. स्टोरेज टैंक 200 लीटर वाला
  7. मेज

कैप्सूल/टेबलेट/ पाउडर बनाने के लिए मशीन

  1. एयर कम्प्रेशर
  2. एयर कंडीशनर
  3. बिल्स्टर पैकिंग मशीन
  4. कैप्सूल फिलिंग मशीन
  5. कैप्सूल लोड करने के लिए कैप्सूल लोडर
  6. पाउडर भरने और सील करने वाली मशीन
  7. टेबलेट पंचिंग मशीन
  8. कोटिंग पैन
  9. सिफ़टर
  10. मिक्सर 100 किलोग्राम वाला
  11. ड्रायर ट्रे
  12. डबल कोन ब्लेंडर

इसके अलावा कुछ अन्य मशीनों की भी आवश्कता होती है जैसे की :-

  1. दवाओं के base प्रिंट करने के लिए “बैच प्रिंटिंग मशीन”
  2. आरओ प्लांट
  3. लैब उपकरण
  4. एयर हैंडलिंग यूनिट

Pharmaceutical Company me Technical Staff

कही तरह की Pharmaceutical Company के लिए अलग-अलग संख्या में कुशल अनुभवी टेक्निकल और बिनअनुभवी कर्मचारियों की जरूरत होती है। आम तौर पर बताया जाता है कि GMP स्टैडर्ण्ड के नियमों के अनुसार किसी भी Pharmaceutical industry के लिए कम से कम दो टेक्निकल अनुभवी स्टाफ होना चाहिए। इसमें से एक टेक्नीकल स्टाफ कंपनी में हो रही दवा मैन्यूफैक्चरिंग की प्रक्रिया की देखरेख के लिए तैनात होना चाहिये। उसकी   देखरेख में दवाओं का निर्माण होना चाहिए ताकि किसी भी तरह की समस्या आने पर उसका तुरन्त समाधान भी कराये।

दूसरा टेक्नीकल स्टाफ Pharmaceutical Company में एनालिटिकल प्रॉसेस की मॉनिटरिंग करने के लिए चाहिए। वह मैन्यूफैक्चरिंग प्रक्रिया में काम करने वाले व्यक्ति का नाम मैन्युफैक्चरिंग केमिस्ट, प्रोडक्शन केमिस्ट, प्रोडक्शन ऑफिसर, सुपरवाइजर का नाम लिखे। जो व्यक्ति एनालिटिकल प्रॉसेस को पूरा करवा रहा है उसका नाम क्वालिटी कंट्रोल केमिस्ट, एनालिटिकल केमिस्ट के रूप में लिखे। ताकि उन लोगों की जिम्मेदारियां तय की जा सकें और किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उनको पहचाना जा सके और उनसे काम करवाया जा सके।

Pharmaceutical Industry in Manufacturing

Pharmaceutical Company का उत्पाद अच्छी गुणवत्ता और सुरक्षित होना अति आवश्यक है , और इसे तैयार करने के लिए सबसे उत्कृष्ट विधि का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उद्यमी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निर्माण मानकों का पूर्णाधिकार समझते हैं और उनके उत्पादों की गुणवत्ता को हमेशा बनाए रखने के लिए निरंतर अनुसंधान और विकास में लगे रहते हैं।

उद्यमी को नियमों और विधियों का पूरी तरह से पालन करना चाहिए, ताकि उनका उत्पाद और उनकी कंपनी सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा की मानकों के साथ मेल खाए।

 

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मुनाफा कितना मिलता है

Pharmaceutical Company का बिजनेस दो तरह से होता है। एक बिजनेस दवाओं के साल्ट को कंपनी अपने नाम से पेटेंट करा लेती है तो उस साल्ट पर उस कंपनी की मोनोपोली हो जाती है। उससे वह अपने निर्धारित सॉल्ट की  कोई भी कीमत वसूल सकती है। उसका उदाहरण आजकल मार्केट में महंगी-महंगी दवायें हैं जैसे की हदय रोग के लिए ४० ००० की एक वेकसीन आती है। इसका कारण यह है कि कंपनी अपने साल्ट को हिट कराने के लिए उसकी ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मार्केटिंग पर बहुत अधिक खर्च करती है।

देखा जाए तो आजकल भारत में जेनेरिक दवाओं का प्रचलन ज्यादा चल रहा है। इस तरह के बिजनेस में कोई भी जेनरिक दवा निर्माता किसी भी मशहूर कंपनी के सॉल्ट को लेकर कोई प्रोडक्ट तैयार करता है, और उस प्रोडक्ट का नाम अपनी इच्छानुसार रखता है यानी उसके नाम की नकल नहीं करता है। उस सॉल्ट का वह कोई बहुत बड़ा प्रचार-प्रसार नहीं करता है केवल डॉक्टरों व बड़े-बड़े अस्पतालों में अपने प्रोडक्ट के बारे मे जानकारी देता है। इसलिये वो अपना प्रोडक्ट पेटेंट दवाओं के रेट से बहुत कम रेट पर बेचता है और मुनाफा कमा रहे है।

इन दोनो  तरीकों से Pharmaceutical Company का मालिक अलग अलग तरह का मुनाफा यानी प्राफिट कमाता है। पहले तरीके यानी पेटेंट कराने वाले बिजनेसमैन को अपने सॉल्ट के हिसाब से  50 से 60 प्रतिशत तक मुनाफा मिलता है। दूसरे तरीके से यानी जेनेरिक दवाएं बनाने वाले बिजनेस मैन को औसतन 25 से 30 प्रतिशत तक मुनाफा मिल सकता है।

Future of Pharmaceutical Company

आज के समय में Pharmaceutical Company ने आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं। भविष्य में, Pharmaceutical Business में नई दिशाएं खुलेगी, जिसमें जीन थेरेपी, वैक्सीन तकनीक, और विभिन्न चिकित्सा उपचारों का विकास शामिल होगा। इस व्यवसाय का अनुसंधान और उत्पादन न केवल बीमारियों को रोकने में मदद करेगा, बल्कि यह भी रोगों के समृद्धि से जुड़े नए और सुरक्षित तरीकों का अध्ययन करेगा बीमारी को जड़ से निकाल ले की कोशिश करेगा। इससे सामाजिक, आर्थिक, और आरोग्यिक दृष्टि से Pharmaceutical industry का भविष्य अत्यंत आगे बढ़ सकता है।

Advantage of Pharmaceutical Company

  • Pharmaceutical Company का एक बड़ा लाभ यह है कि यह समाज में स्वस्थता की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान देता है।
  • फार्मास्यूटिकल बिजनेस के माध्यम से नई और प्रभावी दवाओं का अनुसंधान और विकास हो रहा है जो बीमारियों के खिलाफ लड़ाई में हमारी साथी बन रहे हैं।
  • इससे न केवल रोगों का इलाज हो रहा है, बल्कि लोगों को नई आशा, स्वस्थ जीवन का संभावना, और समृद्धि का मौका मिलता है।
  • Pharmaceutical Business  लोगो को अधिक आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रहा है।
  • यह व्यापार रोग प्रतिरोधी बनाने के लिए मेडिकल फ़्रेटर्निटी और सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स के नवीनतम विकसन में भी नेतृत्व कर रहा है।
  • इसमें विज्ञान, तकनीक, और चिकित्सा क्षेत्र में अधिक रूचि रखने वाले व्यक्तियों को सही साथी बनने का मौका मिलता है।
  • यह व्यवसाय नौकरी और विकास के क्षेत्र में नए द्वार खुलता है।

Pharmaceutical industry me innovation

यह इंडस्ट्री दुनिया में हो रहे नए और प्रभावी रोगन के इलाज में मुख्य भूमिका निभाती है, इसलिए  Pharmaceutical Company में इनोवेशन का बड़ा महत्व है , क्यों कि नवाचार से नई सामग्री, दवा वितरण प्रणाली, और उपचार प्रोटोकॉल का विकास होता है, जो रोगन के प्रति अधिगत व्यवसायी और सामाजिक चिकित्सकों को ध्यान में रख कर करना होता है।

इसके अलावा, यदि आप अपने फार्मास्युटिकल उद्योग में डिजिटल इनोवेशन को आमंत्रित कर सकते है। टेलीमेडिसिन, डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड, और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से, मरीजों को अपनी स्वास्थ्य स्थितियों का बेहतर बनाने और ध्यान रखने में मददरूप बन सकते है । यह तकनीक आपके   उद्योग मे प्रगति ला सकती हैं।

साथ में, अपने उद्योग मेअनुसंधान और विकास पर अधिक ध्यान देने से भी बहोत लाभ देखने को मिलता है। नए अणुओं की खोज, क्लिनिकल परीक्षण, और परीक्षण प्रक्रियाओं में सुधार करके, अपनी Pharmaceutical Company को बाजार में तेजी से बढ़ा सकते हैं। ये सभी कदम फार्मास्युटिकल उद्योग को न केवल प्रतिस्पर्धी बनाते हैं बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करने में भी मदद करते हैं। ध्यान रखे की  Pharmaceutical industry में सफलता का एक महत्वपूर्ण कदम अनुसंधान और उत्पाद विकसन है।

Pharmaceutical industry me marketing

Pharmaceutical Company में मार्केटिंग करना अति आवश्हैयक है, तभी तो आपकी प्रोडक्ट मार्केट में बिकेगी। साथ मे प्रोडक्ट पोजिशनिंग और ब्रांडिंग का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। कंपनी को अपने उत्पादों को प्रतिस्पर्धियों से अलग और मूल्य-आधारित दिखाने के लिए एक मजबूत ब्रांड की पहचान तैयार करनी होगी। इसमे आपको पैकेजिंग, उत्पाद जानकारी, और प्रचार सामग्री का भी अच्छी तरह ध्यान रखना होगा। चुने हुए टॉप ब्रांडिंग के माध्यम से, विश्वास और विश्वसनीयता का निर्माण किया जा सकता है, जो Pharmaceutical industry के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

उसके बाद बात आती है अपनी प्रोडक्ट को मार्केट में लाना। तो सबसे पहले आप छोटी-छोटी हॉस्पिटल या मेडिकल स्टोर से संपर्क करके अपनी प्रोडक्ट का डेमो दे सकते है। इसके लिए आप MR एम्प्लोय को हायर कर सकते है। Pharmaceutical Marketing के लिए आप अपनी खुदकी बिजनेस वेबसाइट या इ-कॉमर्स वेबसाइट बना सकते है और अपनी कंपनी की प्रोडक्ट को डायरेक्ट ऑनलाइन माध्यम से बेच सकते है। 

निष्कर्ष

Pharmaceutical Company में कदम रखने का राज है एक सही प्रकार की योजना, उत्कृष्ट अनुसंधान, और सशक्त मार्केटिंग योजना। Pharmaceutical industry में  साझेदारी में विश्वास रखना और चुनौतियों का सामना करना भी एक महत्वपूर्ण बात है। इस व्यवसाय में सफलता पाकर आप एक स्वस्थ भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकते है।

FAQ
1. Pharmaceutical company ke liye market research kaise kare?

फार्मास्युटिकल कंपनी के लिए मार्केट रिसर्च करने के लिए, आप  सबसे पहले लक्षित मेडिकल या हॉस्पिटल  का पता लगाए और मेडिकल जरूरतों को समझे। प्रतिस्पर्धी विश्लेषण से प्रतिस्पर्धियों के उत्पाद, मूल्य निर्धारण और रणनीतियों का पता लगाए और उसमे सुधार करने का पॉइंट खोजे। कानूनी नियमो का पालन करे।

2. Pharmaceutical industry Start kaise kare?

फार्मास्युटिकल उद्योग शुरू करने के लिए, पहले बाजार अनुसंधान करें और संभावित मांग और प्रतिस्पर्धा का मूल्यांकन करें। कानूनी आवश्यकताएं और नियामक अनुपालन को समजे और पालन करे। एक मजबूत टीम तैयार करें, जिससे उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं विकसित की जा सकें।

3. Pharmaceutical industry mein manufacturing ki shuruaat kaise kare?

फार्मास्युटिकल उद्योग में विनिर्माण सेट अप करने के लिए कच्चे माल की आवश्यकता होगी, ताकि उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं बनाई जा सकें। अपनी इंडस्ट्री में अनुभवी एम्प्लोय को नियुक्त करें, नियामक अनुपालन और उद्योग मानकों को गहन से समझें।अंत मे विनिर्माण इकाई की नियमित ऑडिट और निरीक्षण सुनिश्चित करें, ताकि अपने उद्योग मानकों को बनाए रखा जा सके।

4. What is the innovation in pharmaceutical industry?

फार्मास्युटिकल उद्योग में नवाचार का एक महत्वपूर्ण पूर्ण क्षेत्र है जिसमे  नई दवाएँ, उपचार के तरीके, और दवा वितरण प्रणाली का विकास करनाशामिल है । आधुनिक तकनीक और उन्नत तकनीक के  सिद्धांत पर  दवा खोज प्रक्रिया को तेजी से बढ़ाया जा सकता है। नैनोटेक्नोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी के अध्ययन से, दवा वितरण प्रणाली में सुधार किया जा सकता है, और उपचार मे प्रभाव ला सकते है। यह पूरी प्रक्रिया को innovation कह सकते है। 

5. Pharmaceutical industry Future kaisa hoga?

Pharmaceutical Company का भविष्य उज्ज्वल है, क्योकि हाल उन्नत प्रौद्योगिकियों और अनुसंधान में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। मानव बस्ती और प्राणी की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है जिससे अधिक दवाओ की जरुरत पड़ सकती है। भविष्य में वैयक्तिकृत चिकित्सा, जीनोमिक्स, और डिजिटल स्वास्थ्य के आविष्कार में अधिक सुधार होने की उम्मीद भी है।

6. दवा कंपनी शुरू करने के लिए कितने पैसे चाहिए?

  1. दवा कंपनी शुरू करने के लिए 25 लाख से 1 करोड़ पैसे इन्वेस्ट करने पड़ सकते है। हालाकि यह आपकी कंपनी के विस्तार पर आधारित है।
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नमस्ते, मेरा नाम संजय है, और मैं इस वेबसाइट का संस्थापक हूं। मैं गुजरात राज्य और भारत देश का निवासी हूँ। ब्लॉग लिखना मेरा जुनून है और मैं पिछले 4 साल से इस क्षेत्र में काम कर रहा हूं।

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